एक उंगली पर चलने वाले सुदर्शन चक्र पर भरोसा कर दसों उंगलियों पर चलने वाली बांसुरी को भूल गए एक उंगली पर चलने वाले सुदर्शन चक्र पर भरोसा कर दसों उंगलियों पर चलने वाली बांसुर...
नाम में कुछ नहीं रखा या सब कुछ नाम में ही रखा है। एक बार देख तो लिया होता। नाम में कुछ नहीं रखा या सब कुछ नाम में ही रखा है। एक बार देख तो लिया होता।
जैसे ही मैंने ये गाना सुना और मेरे होंठों से पापा जी निकला और मैं बहुत बहुत रोया। जैसे ही मैंने ये गाना सुना और मेरे होंठों से पापा जी निकला और मैं बहुत बहुत रोया...
अपने इस अनूठे अनुभव को फ़ोटोज और वीडियो से संजोना शुरू कर दिया। अपने इस अनूठे अनुभव को फ़ोटोज और वीडियो से संजोना शुरू कर दिया।